Click Here For More Passage Use Internet Explorer for Mangal Typing
फेंटानिल गंभीर दर्द के लिए दी जाने वाले एक सिंथेटिक, नार्कोटिक-जैसी दवा है। यह पीड़ा को कम करने में सहायता करती है और अत्यधिक आराम और सुख की अनुभूति कराती है।
फेंटानिल 1960 में बनी थी, और इसे एक एनेस्थीसिया के रूप में पेश किया गया था। इसका उपयोग पैच, इंजेक्शन धूम्रपान या लॉलीपॉप के रूप में किया जा सकता है। भारत में यह ज्यादातर एनाल्जेसिक के रूप में ऑपरेशन थियेटर और इंटोसिक केयर यूनिट में प्रयुक्त होती है, विशेषकर सर्जिकल प्रक्रियाओं के बाद। इसे अलग-अलग ब्रांड नामों के तहत बेचा जाता है।
फेंटानिल मॉर्फिन की तुलना में सौ गुना तक अधिक शक्तिशाली है और हेरोइन से 30-50 गुना अधिक शक्तिशाली हो सकती है। हलॉकि यह चिकित्सकीय उपचार में प्रयुक्त होती है, लेकिन इसका दुरुपयोग भी किया जा सकता है। 'सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन' के अनुसार इसे अक्सर हेरोइन, कोकीन या दोनों के साथ मिलकर अवैध रूप से बेचा जाता है। कई मामलों में तो उपयोगकर्ता को इसके बारे में जानकारी भी नहीं होती।
फेंटानिल से मृत्यु भी हो सकती है। अधिक मात्रा में उपभोग से गंभीर 'रेस्पिरेटरी डिप्रेशन' या 'अरेस्ट' सकता है, जिसके दौरान श्वसन बहुत धीमा हो जाता है या पूरी तरह से रूक जाता है। लेकिन दवा की उस मानक खुराक से जहॉं एक व्यक्ति के लिए दर्द की दवा का काम कर सकती है। लेकिन ऐसी दर्द निवारक दवा के लंबे समय तक सेवन से इसकी सह्यता (टॉलेरेंस) बनने लगती है, यानी शरीर पर असर कम होने लगता है।
मार्च 2015 में अमेरिकी ड्रग एन्फोर्समेंट ऐडमिनिस्ट्रेशन ने फेंटानिल के खतरों के बारे में एक राष्ट्रव्यापी चेतावनी जारी की थी। कहा जाता है कि मेक्सिको अधिकारियों ने कई प्रयोगशालाओं को बंद कर दिया था। 2014 में पूर्वोत्तर अमेरिका और कैलिफोर्निया मे जब्त किया गया फेंटानिल मेक्सिको के ड्रग-तस्करी संगठनों से आया था।
डीईए के अनुसार फेंटान्टिल के दुष्प्रयोग का पहला मामला 1970 के दशक के मध्य में सामने आया था। एजेंसी ने बताया कि 2005-2007 के दौरान अमेरिका में इस दवा के दुरुपयोग से 1,000 से अधिक मौतें हुई थीं। इन मौतों के लिए जिम्मेदार फेंटानिल मेक्सिको की एक ही प्रयोगशाला से आयी थी; इस प्रयोगशाला को बाद में बंद कर दिया गया था।